Updated: 28-01-2025 at 7:34 AM
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विश्वकर्मा योजना भारत सरकार की एक योजना है जो पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों का समर्थन करती है। इसका उद्देश्य बढ़ईगीरी, लोहारगीरी, कुम्हारगीरी और बुनाई जैसे शिल्पों में लगे लोगों को वित्तीय सहायता, कौशल प्रशिक्षण और आधुनिक उपकरण प्रदान करना है। यह सरकारी योजना उनके काम को बेहतर बनाने, उनकी आय बढ़ाने और देश में पारंपरिक शिल्प को संरक्षित करने पर केंद्रित है। आइए विश्वकर्मा योजना को विस्तार से समझते हैं।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 17 सितंबर 2023 को विश्वकर्मा दिवस के अवसर पर शुरू की गई थी। यह सरकारी योजना पांच वर्षों तक चलेगी और 2027-28 में समाप्त होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई यह योजना कारीगरों को कम ब्याज दरों पर ऋण प्रदान करती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों को "विश्वकर्मा" के रूप में पहचान देना और उन्हें सभी लाभ प्रदान करना है। सरकार ने इस योजना के लिए ₹13,000 करोड़ का बजट तय किया है। कम ब्याज दरों पर ऋण देकर, सरकार कारीगरों के कार्यों का समर्थन और सुधार करना चाहती है।
इस सरकारी योजना का उद्देश्य कारीगरों की मदद करना है। आइए विश्वकर्मा योजना के उद्देश्यों पर एक नजर डालते हैं:
कारीगरों और शिल्पकारों को कम ब्याज दर पर ऋण प्रदान करना।
पारंपरिक कारीगरों के कौशल और कार्यों में सुधार करना।
कारीगरों की आय में वृद्धि करना।
भारत में पारंपरिक शिल्पों को संरक्षित और प्रोत्साहित करना।
कारीगरों को उनके व्यवसाय को बढ़ाने के लिए आधुनिक उपकरण और प्रशिक्षण प्रदान करना।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा ऋण योजना की कई विशेषताएं हैं। नीचे इस योजना की मुख्य विशेषताओं का विवरण दिया गया है।
विवरण | जानकारी |
---|---|
कारीगरों के लिए ऋण योजना | कारीगरों के लिए कम ब्याज दर पर ऋण |
बजट आवंटन | ₹13,000 करोड़ |
केन्द्र बिंदु | पारंपरिक कारीगरों के कौशल को उन्नत करना |
आवेदन प्रक्रिया | आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन उपलब्ध |
लॉन्च तिथि | 17 सितंबर 2023 (विश्वकर्मा दिवस) |
अवधि | 2023 से 2027-28 (5 वर्ष) |
सरकारी योजना के कई लाभ हैं। आइए समझते हैं कि विश्वकर्मा योजना के तहत कारीगरों को कौन-कौन से लाभ प्रदान किए जाएंगे:
पहचान और प्रमाणपत्र: लाभार्थियों को प्रमाणपत्र और पहचान पत्र मिलेगा, जिसे वे अपने कार्य के लिए लाभ प्राप्त करने हेतु उपयोग कर सकते हैं।
प्रशिक्षण: सत्यापन के बाद, लाभार्थियों को 5-7 दिनों का बुनियादी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इच्छुक लोग 15 दिनों के उन्नत प्रशिक्षण में भी भाग ले सकते हैं। प्रशिक्षण के दौरान, प्रति दिन ₹500 प्रदान किए जाएंगे।
उपकरण किट: प्रशिक्षण पूरा होने के बाद, लाभार्थियों को ₹15,000 की धनराशि दी जाएगी ताकि वे एक टूलकिट खरीदकर अपना काम शुरू कर सकें।
ऋण सुविधा:
डिजिटल लेनदेन का लाभ: लाभार्थियों को प्रति लेनदेन ₹1 दिया जाएगा, जो हर महीने 100 लेनदेन तक लागू होगा।
मार्केटिंग सहायता: नेशनल मार्केटिंग कमेटी कारीगरों को गुणवत्ता प्रमाणन, ब्रांडिंग, प्रचार, ई-कॉमर्स लिंक, ट्रेड फेयर, विज्ञापन और अन्य मार्केटिंग सहायता प्रदान करेगी।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत आवेदन करने के लिए लाभार्थियों को निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा:
कारीगर या शिल्पकार, जो असंगठित क्षेत्र में हाथों और उपकरणों का उपयोग करके काम करते हैं और स्वयं-नियोजित हैं, इस योजना में पंजीकरण कर सकते हैं।
लाभार्थी की उम्र पंजीकरण के समय कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
आवेदक को पंजीकरण की तारीख पर संबंधित पेशे में संलग्न होना चाहिए।
उन्होंने पिछले पांच वर्षों में केंद्र या राज्य सरकार की ऐसी योजनाओं जैसे PMEGP, PM स्वनिधि, या मुद्रा योजना के तहत कोई ऋण नहीं लिया होना चाहिए।
परिवार का केवल एक सदस्य इस योजना के लिए पंजीकरण कर सकता है। परिवार में पति, पत्नी और अविवाहित बच्चे शामिल होते हैं।
सरकारी नौकरी में कार्यरत लोग या उनके परिवार के सदस्य विश्वकर्मा ऋण योजना के लिए पात्र नहीं हैं। ये कर्मचारी सरकारी योजना के लाभ नहीं ले सकते।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा ऋण के लिए कई व्यवसाय आवेदन कर सकते हैं। नीचे दिए गए व्यवसाय इस योजना के लिए पात्र हैं:
बढ़ई (Carpenter)
नाव निर्माता (Boat Maker)
हथियार निर्माता (Weapon Maker)
लोहार (Blacksmith)
हथौड़ा और उपकरण किट निर्माता (Hammer and Tool Kit Maker)
ताला बनाने वाला (Locksmith)
सुनार (Goldsmith)
कुम्हार (Potter)
मूर्तिकार (Sculptor)
मोची (Cobbler)
राजमिस्त्री (Mason)
टोकरी, चटाई और झाड़ू बनाने वाले (Basket, Mat, and Broom Maker)
गुड़िया और खिलौने बनाने वाले (Doll and Toy Maker)
नाई (Barber)
माला बनाने वाले (Garland Maker)
और पढ़ें: झारखंड निर्माण कर्मकार मृत्यु/दुर्घटना सहायता योजना
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन करने के लिए कई दस्तावेज़ जमा करने होंगे। आवश्यक दस्तावेज़ इस प्रकार हैं:
जाति प्रमाण पत्र - लाभार्थी की जाति की पुष्टि के लिए।
आय प्रमाण पत्र - लाभार्थी की वार्षिक आय दर्शाने के लिए।
निवास प्रमाण पत्र - लाभार्थी के वर्तमान पते की जानकारी के लिए।
शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र - लाभार्थी की शिक्षा का विवरण देने के लिए।
कौशल प्रमाण पत्र - लाभार्थी के कौशल और अनुभव का विवरण देने के लिए।
व्यवसाय प्रमाण पत्र - लाभार्थी के वर्तमान व्यवसाय (यदि कोई हो) की जानकारी देने के लिए।
विश्वकर्मा योजना में पंजीकरण के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन किया जा सकता है:
अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर पर जाएं।
अपना मोबाइल नंबर सत्यापित करें और आधार ई-केवाईसी पूरा करें।
कारीगर पंजीकरण फॉर्म के लिए आवेदन करें।
पीएम विश्वकर्मा डिजिटल आईडी और प्रमाणपत्र डाउनलोड करें।
विश्वकर्मा ऋण योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन पंजीकरण के बाद, विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन करने हेतु इन चरणों का पालन किया जा सकता है:
आधिकारिक विश्वकर्मा पोर्टल पर जाएं।
मोबाइल नंबर सत्यापन और आधार ई-केवाईसी पूरा करें।
कारीगर पंजीकरण फॉर्म भरें।
अपनी पीएम विश्वकर्मा डिजिटल आईडी और प्रमाणपत्र डाउनलोड करें।
योजना के तहत उपलब्ध लाभों के लिए आवेदन करें।
आवेदक विश्वकर्मा योजना की सत्यापन प्रक्रिया और लाभ वितरण प्रक्रिया की जांच के लिए इन चरणों का पालन कर सकते हैं:
सत्यापन प्रक्रिया
लाभ वितरण प्रक्रिया
तीन-चरणीय सत्यापन पास करने के बाद, कारीगर और शिल्पकार सरकारी योजना के तहत विश्वकर्मा के रूप में पंजीकृत होंगे।
उन्हें एक डिजिटल आईडी, पीएम विश्वकर्मा डिजिटल प्रमाणपत्र और पीएम विश्वकर्मा आईडी कार्ड मिलेगा।
प्रमाणपत्र उन्हें आधिकारिक तौर पर विश्वकर्मा के रूप में मान्यता देगा और योजना के सभी लाभों का उपयोग करने की अनुमति देगा।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के आवेदन की स्थिति जांचने के लिए निम्नलिखित दो तरीके अपनाए जा सकते हैं:
पंजीकरण संख्या का उपयोग करके आवेदन की स्थिति जांचें
आवेदक अपनी पंजीकरण संख्या का उपयोग करके आवेदन की स्थिति देख सकते हैं। आवेदन की स्थिति जांचने के लिए इन चरणों का पालन करें:
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की वेबसाइट पर जाएं।
होमपेज पर "लॉगिन" बटन पर क्लिक करें।
अपना उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड दर्ज करके लॉगिन करें।
लॉगिन करने के बाद "Application Status" बटन पर क्लिक करें।
"Registration Number" विकल्प का चयन करें।
अपनी पंजीकरण संख्या दर्ज करें।
"Search" बटन पर क्लिक करें।
आपकी आवेदन स्थिति स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी।
आवेदक अपनी आधार संख्या का उपयोग करके भी आवेदन की स्थिति देख सकते हैं। इसके लिए निम्न चरणों का पालन करें:
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
होमपेज पर "लॉगिन" बटन पर क्लिक करें।
अपना उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड दर्ज करके लॉगिन करें।
"Application Status" बटन पर क्लिक करें।
"Aadhaar Card Number" विकल्प का चयन करें।
अपनी आधार संख्या दर्ज करें।
"Search" बटन पर क्लिक करें।
आपकी आवेदन स्थिति स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत कारीगरों को सहायता देने के लिए कम ब्याज दरें रखी गई हैं। ब्याज दर और अन्य विवरण इस प्रकार हैं:
विवरण | जानकारी |
---|---|
ब्याज दर | 5% प्रति वर्ष |
ऋण राशि | 3 लाख रुपये तक |
ऋण अवधि | 4 वर्ष |
लाभ:
कई साझेदार सरकारी योजनाओं को वित्त पोषित करने में मदद करते हैं। यहाँ पीएम विश्वकर्मा के साझेदारों की सूची है:
सिडबी (SIDBI)
स्किल इंडिया
एनएसडीएल (NSDL)
एनएसडीसी (NSDC)
वित्त मंत्रालय
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय
डिजिलॉकर
सीएससी (CSC)
एनपीसीआई (NPCI)
पीएफएमएस (PFMS)
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय
india.gov.in
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण
और पढ़ें: प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
विश्वकर्मा योजना देश भर में लगभग 30 लाख पारंपरिक कारीगरों, शिल्पकारों, बुनकरों, सुनारों, लोहारों, धोबी और अन्य लोगों की मदद करेगी। ये कारीगर ऋण लेने के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं और उन्हें ऐसे लाभ भी मिलेंगे जो उनके उत्पादों की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार करने में मदद करेंगे। प्रत्येक कारीगर को उनके कार्य क्षेत्र के अनुसार अलग-अलग सहायता मिलेगी।
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