Updated: 09-09-2025 at 3:30 PM
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संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना पंजीकृत निर्माण श्रमिक परिवारों के बच्चों की शिक्षा में मदद करती है। इस योजना के तहत छात्रों को शैक्षणिक अनुदान, योजना सहायता और प्रोफेशनल कोर्स के लिए सहयोग दिया जाता है ताकि वे आर्थिक कठिनाइयों के कारण शिक्षा से वंचित न रहें।
यह कार्यक्रम छात्रों को आर्थिक बाधाओं से बाहर निकालकर उनके उज्ज्वल भविष्य और उच्च शिक्षा की ओर प्रेरित करता है।
इस लेख में आपको संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना से जुड़ी पूरी जानकारी मिलेगी — इसकी विशेषताएँ, उद्देश्य, लाभ और अन्य महत्वपूर्ण बातें।
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नीचे दी गई तालिका में बिल्डिंग एंड अदर कंस्ट्रक्शन वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड द्वारा चलाई जा रही इस पहल से संबंधित मुख्य बिंदु दिए गए हैं:
पहलू | विवरण |
---|---|
लॉन्च करने वाला विभाग | बिल्डिंग एंड अदर कंस्ट्रक्शन वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड |
लाभार्थी | पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चे |
उद्देश्य | आर्थिक सहायता प्रदान करना और उच्च शिक्षा को बढ़ावा देना |
लाभ | छात्रवृत्ति, प्रोत्साहन राशि, साइकिल सब्सिडी |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | राज्य वेलफेयर बोर्ड पोर्टल पर उपलब्ध |
सरकार ने संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना की शुरुआत पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए की है। यह सरकारी योजना (Sarkari Yojana) छात्रों को पढ़ाई जारी रखने में मदद करती है, क्योंकि इसके अंतर्गत उन्हें प्रोफेशनल कोर्स में दाखिले और उच्च शिक्षा के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
इस योजना के माध्यम से वंचित तबके के छात्र भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं और अपने उज्ज्वल भविष्य की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।
इस सरकारी शिक्षा योजना के अंतर्गत छात्रों को कई प्रकार की सहायता दी जाती है, जिनमें शैक्षिक अनुदान, छूट और नकद इनाम शामिल हैं। इस योजना का उद्देश्य है कि छात्र बिना आर्थिक बोझ के अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें।
फंडिंग और शैक्षणिक खर्चों की सहायता मिलने से अधिक से अधिक छात्र हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी कर पाते हैं और आगे चलकर प्रोफेशनल कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं।
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संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना का मुख्य उद्देश्य पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को आर्थिक सहायता और प्रोत्साहन देकर उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करना है। इस योजना से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्र भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं और अपने भविष्य को बेहतर बना सकते हैं।
योजना के प्रमुख उद्देश्य:
पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को विश्वविद्यालय स्तर पर शिक्षा दिलाना।
छात्रों को शिक्षा खर्च के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना।
उच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रोत्साहन राशि देना।
प्रोफेशनल और तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देना।
इस सरकारी शिक्षा योजना के अंतर्गत छात्रों को विभिन्न शैक्षणिक स्तरों पर आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। साथ ही, अकादमिक उत्कृष्टता (Academic Excellence) के लिए विशेष प्रोत्साहन और उच्च कक्षाओं में जाने वाले छात्रों के लिए साइकिल सब्सिडी भी दी जाती है।
शिक्षा स्तर | राशि (₹) |
---|---|
कक्षा 1–5 | 2,000 |
कक्षा 6–10 | 2,500 |
कक्षा 11–12 | 3,000 |
स्नातक (Undergraduate) | 12,000 |
आईटीआई / पॉलिटेक्निक / वोकेशनल कोर्स | 12,000 |
प्रोफेशनल डिग्री कोर्स (न्यूनतम 2 वर्ष) | फीस अधिकतम ₹60,000 तक |
स्नातकोत्तर (Post-graduate) | 24,000 |
शोधार्थी (Research Scholars) | 1,00,000 |
MBBS, IIM, IIT, NIT, NIFT, Law | पूर्ण शुल्क प्रतिपूर्ति (Full Fee Reimbursement) |
निर्माण श्रमिकों के बच्चों को दूरस्थ शिक्षा के लिए एक बार साइकिल सहायता।
हाई स्कूल/इंटरमीडिएट में 70% अंक लाने वाले छात्रों को:
स्नातक/स्नातकोत्तर में 60% अंक लाने वाले छात्रों को:
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संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना का लाभ पाने के लिए आवेदकों को कुछ पात्रता शर्तें पूरी करनी होती हैं। यह योजना मुख्य रूप से पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को लक्षित करती है ताकि योग्य छात्रों तक आर्थिक सहायता पहुँच सके। नीचे दी गई शर्तें इस योजना की पात्रता को स्पष्ट करती हैं।
श्रमिक का इस संगठन में सदस्य के रूप में पंजीकरण होना चाहिए।
पंजीकरण के बाद श्रमिक को बोर्ड का कम से कम 1 वर्ष तक सदस्य रहना आवश्यक है।
छात्र को अपना आधार कार्ड सत्यापन दस्तावेज प्रस्तुत करना होगा।
लाभ केवल उन्हीं छात्रों को मिलेगा जो सरकारी/मान्यता प्राप्त स्कूलों में अध्ययन करते हैं।
एक परिवार अधिकतम दो बच्चों तक इस योजना का लाभ ले सकता है।
कक्षा 9 से 12 तक पढ़ने वाले छात्र एक साल की पढ़ाई पूरी करने के बाद अगले क्लास में प्रवेश लेने पर साइकिल लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
कक्षा | आयु सीमा |
---|---|
कक्षा 1–2 | 6–8 वर्ष |
कक्षा 3–5 | 8–11 वर्ष |
कक्षा 6–8 | 11–14 वर्ष |
कक्षा 9–12 | 14–18 वर्ष |
स्नातक/स्नातकोत्तर | 18–25 वर्ष |
मेडिकल और शोध पाठ्यक्रम | 25–35 वर्ष |
जो छात्र संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना की पात्रता शर्तों को पूरा करते हैं, वे आसानी से ऑनलाइन माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। यह प्रक्रिया बहुत सरल है और इसमें सिर्फ कुछ जरूरी जानकारियाँ जैसे आधार नंबर और मोबाइल नंबर की आवश्यकता होती है। नीचे दिए गए चरणों का पालन करके आप पंजीकरण पूरा कर सकते हैं।
स्टेप 1: योजना की आधिकारिक वेबसाइट पोर्टल पर जाएँ।
स्टेप 2: अपना आधार नंबर दर्ज करें।
स्टेप 3: अपना सर्कल और जिला चुनें।
स्टेप 4: एक मान्य मोबाइल नंबर दर्ज करें।
स्टेप 5: सभी जानकारी भरने के बाद रजिस्ट्रेशन रिक्वेस्ट सबमिट करें।
सफल पंजीकरण के बाद आवेदकों को योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी करनी होती है। इसके लिए छात्रों को ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरना होता है और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करने होते हैं। नीचे दिए गए चरणों का पालन करके आप आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
स्टेप 1: आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर साइन इन (Sign In) करें।
स्टेप 2: योजना का नाम चुनें।
स्टेप 3: अपना पंजीकृत आधार नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करें।
स्टेप 4: आवेदन फॉर्म खोलें और सभी विवरण भरें।
स्टेप 5: आवश्यक जानकारी प्रदान करें:
स्टेप 6: जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करें।
स्टेप 7: अंत में आवेदन फॉर्म सबमिट करें।
इस प्रकार छात्र आसानी से संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना 2025 में ऑनलाइन आवेदन करके छात्रवृत्ति, प्रोत्साहन राशि और अन्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना का लाभ पाने के लिए आवेदकों को अपनी पात्रता साबित करने और आवेदन प्रक्रिया पूरी करने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज़ (Required Documents) जमा करने होते हैं। इनमें मुख्य रूप से अंकपत्र (Mark Sheets), शुल्क रसीदें (Fee Receipts), और रोजगार प्रमाण पत्र (Employment Certificate) शामिल हैं। नीचे आवश्यक दस्तावेज़ों की पूरी सूची दी गई है।
वर्तमान और अगली कक्षा की अंकपत्र एवं शुल्क रसीदें।
कक्षा 1 से 8 तक के लिए स्व-प्रमाणित अंकपत्र (Self-Certified Mark Sheets) (केवल सरकारी स्कूलों के लिए)।
कक्षा 9 से 12 के लिए विद्यालय प्राचार्य द्वारा हस्ताक्षरित बिल और वाउचर, तथा प्रोफेशनल कोर्स के लिए संबंधित प्राधिकरण के दस्तावेज़।
निर्माण कार्य से जुड़े रोजगार प्रमाण पत्र/स्व-घोषणा पत्र।
साइकिल सब्सिडी (Bicycle Subsidy) के लिए अतिरिक्त दस्तावेज़:
संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना 2025 वंचित परिवारों के बच्चों की शिक्षा को मजबूत बनाने के लिए आर्थिक सहायता और प्रोत्साहन राशि प्रदान करती है। इस योजना से छात्रों पर शिक्षा का बोझ कम होता है और उन्हें छात्रवृत्ति, इनाम और अन्य शैक्षिक मदद मिलती है।
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